रायपुर. छत्तीसगढ़, जिसे कभी “शांति का टापू” कहा जाता था, अब लगातार आपराधिक घटनाओं की चपेट में आ रहा है. हाल के दिनों में, प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से दिल दहला देने वाली वारदातें सामने आई हैं. पहले जहां अपराध केवल बड़े शहरों तक सीमित था, वहीं अब सुदूर अंचल भी इसकी चपेट में आ गए हैं. हाल ही में सूरजपुर जिले में हेड कांस्टेबल की पत्नी और बेटी की तलवार से हत्या कर दी गई, और घर जला दिया गया. प्रशासनिक अधिकारियों पर भी हमले की खबरें सामने आई हैं.
स्थानीय लोगों की राय
राजधानी रायपुर के निवासी राजेश सावंत का कहना है कि छत्तीसगढ़ की मूल प्रवृत्ति हमेशा से शांतिपूर्ण रही है. “यहां के लोग स्वभाव से शांत होते हैं, लेकिन अब बाहरी लोग आकर हिंसा को बढ़ावा दे रहे हैं, जिसकी छानबीन होनी चाहिए. कहीं ऐसा न हो कि यह किसी बड़ी साजिश का हिस्सा हो. छोटी बच्चियों के साथ रेप की घटनाएं बेहद निंदनीय हैं, और सरकार को इन मामलों में कड़ा रुख अपनाना चाहिए. सोशल मीडिया पर फैल रही हिंसात्मक और अश्लील सामग्री लोगों की मानसिकता को दूषित कर रही है, और यह समाज में बढ़ते अपराधों का एक बड़ा कारण हो सकता है.”
रायपुर बस स्टैंड पर दुकान चलाने वाले वरुण का मानना है कि यह समस्या केवल छत्तीसगढ़ तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे देश में अपराध बढ़ रहे हैं. उन्होंने कहा, “हाल ही में कोलकाता में भी दुर्गा विसर्जन के दौरान एक बच्ची के साथ रेप की घटना हुई. छत्तीसगढ़ में भी अपराध बढ़ रहा है, और इसे रोकने के लिए सरकार को सख्त कदम उठाने होंगे.”
रिक्शा चालक अजय साहू का कहना है कि “छत्तीसगढ़ पहले शांति और खुशहाली का प्रतीक था, लेकिन अब लोग राक्षसी प्रवृत्ति के होते जा रहे हैं. राजधानी रायपुर और दुर्ग में भी गंभीर अपराध सामने आए हैं. सरकार को चाहिए कि बाहरी लोगों और नशेड़ी तत्वों पर कड़ी कार्रवाई करे, ताकि प्रदेश में बढ़ते अपराधों पर काबू पाया जा सके.”
Tags: Chhattisagrh news, Local18, Public Opinion, Raipur news
FIRST PUBLISHED : October 15, 2024, 12:55 IST